कात्यायनी माँ की आरती | Katyayni maa ki aarti by आकाश

कात्यायनी माँ की आरती | Katyayni maa ki aarti

।। कात्यायनी माँ की आरती ।।

जय कात्यायनी माता, जय कात्यायनी माता ।
सुख सृष्टि में पाये, जो तुमको ध्याता ।। (जय………..)
आदि अनादि अनामय, अविचल अविनाशी ।
अटल अनन्त अगोचर, अज आनन्द राशि ।। (जय………..)
लाल ध्वजा नभ चूमत, मन्दिर पे तेरे ।
जगमग ज्योति माँ जगती, भक्त रहें घेरे ।। (जय………..)
केसत चित सुखदाई, शुद्ध ब्रह्म रूपा ।
सत्य सनातन सुन्दर, शक्ति स्वरूपा ।। (जय………..)
दसवे दानव दुर्गा, नाना शास्त्र करा ।
अष्ट मात्र का योगिनी, नव नव रूप धरा ।। (जय………..)
महिषासुर संघारिणी, दुर्गुण सभी हरो ।
दोष विकार मिटाके, पावन हमें करो ।। (जय………..)
छठे नवरात्रे को जो, पूजे तुम्हे माई ।
उसने दयामयी माँ, तेरी कृपा पाई ।। (जय………..)
हम अति दीन दुखी हैं, कृपा जरा करिये ।
हैं माँ दोष बहुत पर, आप ना ध्यान धरिये ।। (जय………..)
हे कात्यायनी मैया, आरती तेरी गाते ।
ना धन चाहें ना सोना, प्यार तेरा चाहते ।। (जय………..)