
एटीम से पैसा निकालने पर भी लगेगा टैक्स, एक्सपर्टस में गुस्सा । ATM se pesa nikalne par bhi lgega tax, experts me gussa ।।
विज़डम हैच के संस्थापक अक्षत श्रीवास्तव ने भारत में बढ़ते टैक्स पर सवाल उठाया है। अप्रत्यक्ष कर पर 18 प्रतिशत और प्रत्यक्ष कर (आयकर) पर 30 प्रतिशत कर और अब एटीएम से पैसे निकालने पर कर। श्रीवास्तव का कहना है कि यह एक ऐसी आर्थिक व्यवस्था है जहां अपने ही पैसे निकाले पर ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। श्रीवास्तव के अनुसार, बैंक विदेशी मुद्रा ट्रांसफर पर 1-1.5 प्रतिशत कमीशन लेते हैं। इससे उन्हें लगता है कि भारत की अर्थव्यवस्था समझ से परे होती जा रही है। यह सब 1 मई 2025 से लागू होगा। दरअसल, बैंक ग्राहकों को एटीएम से फ्री निकासी की मासिक सीमा खत्म होने के बाद पैसे निकालने पर एक मई से प्रति ट्रांसजैक्शन 23 रुपये देने होंगे। भारतीय रिज़र्व बैंक ने शुक्रवार को बैंको एटीएम से पैसा निकालने पर वसूले जाने वाले शुल्क को दो रुपय़े बढ़ाकर 23 रुपए प्रति लेनदेन करने की मंजूरी दे दी। यह चार्ज महीने में मुफ्त निकासी की सीमा समाप्त होने के बाद एटीएम से पैसा निकालने पर लगेगा। आरबीआई ने एक सर्कुलर में कहा कि फ्री लेनदेन के अलावा ग्राहक से प्रति लेनदने पर अधिकतम 23 रुपये का शुल्क लिया जा सकता है। और यह 1 मई 2025 से प्रभावी होगा। अभी बैंकों को ग्राहक से मुफ्त लेनदेन सीमा समाप्त होने के बाद प्रति लेनदेन 21 रुपये का शुल्क लेने की अनुमति है। नेशनल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने इस फैसले को मंजूरी दी है। यह शुल्क घरेलु वित्तीय और गैर-वित्तीय दोनों तरह के लेनदेन पर लागू होगा। अक्षत श्रीवास्तव ने इस पर ट्वीट करके अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष कर 30 प्रतिशत है और अप्रत्यक्ष कर 18 प्रतिशत है, उस पर भी अब एटीएम से अपना पैसा निकालने पर भी शुल्क देना उनकी समझ से परे है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत तेजी से एक बेतुकी अर्थव्यवस्था बनता जा रहा है।
एनपीसीआई के 13 मार्च के सर्कुलर में यह बताया गया है कि बैलेंस इंक्वायरी जैसी गैर-वित्तीय एटीएम सेवाओं पर भी अब 7 रुपये का शुल्क लगेगा। इस पर जीएसटी अलग से होगा। सर्कुलर में कहा गया है कि एनपीसीआई ने आरबीआई से इस बदलाव को लागू करने की अनुमति मांगी थी। आरबाआई ने 11 मार्च 2025 को एनपीसाआई को बताया कि एटीएम इंटरचेंज शुल्क एटीएम नेटवर्क की ओर से तय किए जा सकते है। हालांकि, कुछ लेनदेन ऐसे हैं जिन पर शुल्क नहीं लगेगा। माइक्रो-एटीएम, इंटरऑपरेबल कैश डिपॉजिट (कार्ड और यूपीआई दोनों से) और अंतराष्ट्रीय एटीएण लेनदेन पर पुराने नियम ही लागू रहेंगे। नेपाल और भूटान में बैलेंस इंक्वायरी चार्ज जीएसटी को छोड़कर 7 रुपये ही है।