आरती
शिव जी की आरती | Shiv Ji ki aarti
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा । ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ।। ॐ जय शिव…।। एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।
विकास
कहानी
हंस और उल्लू | Hans aur Ullu
बहुत समय पहले, एक झील के किनारे एक हंस रहता या। एक उल्लू भी वहीं आकर रहने लगा। वे दोनों साथ खुशी-खुशी रहने लगे। जब गर्मियों का मौसम आया, तो उल्लू वापस
घोड़ा | Ghoda
एक बार की बात है। एक घोड़े के पास पूरा चारागाह था। एक दिन घोड़ा जब बाहर गया हुआ था, तभी एक बारहसिंघा चारागाह में घुस आया। बारहसिंघा ने हर ओर कूद-फाँदकर सारी
घोड़ा और गधा | Ghoda aur gadha
एक धोबी के पास एक घोड़ा और एक गधा था। एक दिन धोबी ने कपड़ों की भारी पोटली गधे की पीठ पर लाद दी। घोड़े के ऊपर कुछ नहीं लादा। गधे के ऊपर लदा बोझा काफी भारी
घमंडी कौआ | Ghamandi koaa
हंसों का एक झुण्ड समुद्र तट के ऊपर से गुज़र रहा था, उसी जगह एक कौवा भी मौज मस्ती कर रहा था। उसने हंसों को उपेक्षा भरी नज़रों से देखा “तुम लोग कितनी
घमंडी बारहसिंघा | Ghamandi barhsingha
क बारहसिंघा था। वह अक्सर एक तालाब के पास जाया करता था और अपनी पानी में अपनी परछाई देखकर अपने आपसे कहता, “मेरे सींग कितने सुंदर हैं! काश मेरे पैर भी इतने ही सुंदर
गधा और गाड़ी वाला | Gadha aur gadi vala
एक नगर में चित्रांगन नामक एक होशियार कुत्ता रहता था। एक साल उस नगर में भयानक अकाल पड़ा। चित्रांगन को खाने के लाले पड़ गए। परेशान होकर वह कहीं दूर के नगर
एकता में बल | Ekta me bal
एक धर्म सिंह नाम का किसान था। उसके चार बेटे थे। वे बहुत मेहनती और ईमानदार थे। बस अगर कोई बुरी बात थी तो यह कि उनका आपस में झगड़ा ही होता रहता था।
दो बिल्लियों की कहानी | Do billiyon ki kahani
एक निर्धन वृद्ध महिला एक छोटी-दुबली बिल्ली के साथ एक झोपड़ी में रहती थी। बिल्ली बचे-खुचे टुकड़ों और कभी-कभार मिलने वाले पतले-से दलिया से ही अपना पेट
डॉल्फिन और नन्हीं मछली | Dolphin aur nanhi machhli
डॉल्फिनों और व्हेलों के बीच युद्ध छिड़ा हुआ था। जब झगड़ा बहुत ज़्यादा बढ़ गया तो एक नन्हीं-सी मछली ने दोनों पक्षों में सुलह कराने की कोशिश की। हालाँकि
चूहा बन गया शेर | Chuha ban gaya sher
एक दिन एक साधु ने देखा कि एक बिल्ली चूहे को खदेड़ रही थी। साधु ने अपनी अलौकिक शक्तियों से उस चूहे को बिल्ली बना दिया और उसकी जान बच गई। एक दिन उस बिल्ली
चीता और लोमड़ी | Cheeta aur lomdi
एक चीता और एक लोमड़ी एक वन में एक साथ रहते थे। वे बहुत अच्छे मित्र थे और छोटी-मोटी बातों पर कभी नहीं झगड़ते थे। हालाँकि, एक दिन, बातों ही बातों में उन दोनों
चतुर किसान | Chatur kishan
एक बार एक किसान एक बकरी, घास का एक गट्ठर और एक शेर को लिए नदी के किनारे खड़ा था। उसे नाव से नदी पार करनी थी लेकिन नाव बहुत छोटी थी वह सारे सामान
बुद्धिमान मंत्री | Buddhimaan mantri
एक बार की बात है। एक रियासत के मंत्री ने राजा को अपनी बेटी के विवाह समारोह में निमंत्रित किया। जब राजा अपने परिवार के साथ विवाह समारोह
भेड़िया बन गया दोस्त | Bhediya ban gaya dost
एक भेड़िया भेड़ों के झुंड के पीछे लगा था। उसने झुंड के पास चरवाहे को देखा तो उसने भेड़ों पर हमला करने का प्रयास नहीं किया। चरवाहे को उस पर संदेह तो था ही,
भेड़िया और मेमना | Bhediya aur memna
एक भेड़िए ने एक मेमने को देखा, तो उसे खाने की योजना बनाने लगा। वे दोनों एक छोटी नदी के पास खड़े थे। भेड़िए ने मेमने से कहा, “तुमने पानी को गंदा
भेड़िया आया की कहानी | Bhediya aaya ki kahani
बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव में एक चरवाहा रहता था। उसके पास बहुत सारी भेड़ें थीं, जिन्हें चराने वह पास के जंगल में जाया करता था। हर रोज सुबह
बटेर और शिकारी | Bater aur shikari
एक बहेलिया था, जो हर दिन बहुत सारी बटेरों का शिकार किया करता था। बटेरों की संख्या तेजी से घटने लगी। बटेरों के राजा वे अपने साथियों की बैठक बुलाई और बोला,
बरगद के पेड़ का जन्म | Bargad ke ped ka janam
तीन दोस्त थे -कौआ, बंदर और हाथी। तीनों के बीच अक्सर किसी न किसी बात पर मतभेद हो जाते, लेकिन वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाते। एक दिन वे एक बड़े बरगद
बंदर और ऊंट | Bandar aur unt
कई साल पहले, जंगल से सारे जानवर अपने-अपने अभिनय और नाच-गाने कि प्रतिभा दिखाने के लिए एकत्र हुए। जब सारे जानवर आ गए, तो बंदर से नाचने को कहा गया। बंदर
बंदर और घंटा | Bandar aur ghanta
एक दिन चोर ने गाँव के मंदिर का घंटा चुरा लिया। घंटा चुराने के बाद वह जंगल की ओर भागा। माँद में आराम कर रहे बाघ ने घंटे की आवाज़ सुनी तो उसे पसंद आई।
बलशाली मछली | Balshali machhli
बहुत समय पहले की बात है। एक दयालु और नेक मछली थी। तभी भयानक सूखा पड़ा। संकट समझकर नेक मछली ने अपनी और अपने साथियों की जान बचाने का निश्चिय किया। एक दिन,
बाघिन की कहानी | Baghin ki kahani
बोधिसत्व ने एक बार एक विद्वान के रूप में जन्म लिया। वे तपस्वी बन गए और उनके कई शिष्य भी बन गए। एक दिन, बोधिसत्व अपने शिष्य अजित के साथ वन से गुजर रहे
अरब और ऊंट | Arab aur unt
एक व्यक्ति अरबी रेगिस्तान को पार करके लंबी यात्रा पर निकलने वाला था। यात्रा पर जाने से पहले, उसने काफी समय तक अपना सामान लगाया। उसके बाद उसने
आड़ू और सेब | Aadu aur seb
एक बगीचे में एक आड़ू और एक सेब आपस में बहस कर रहे थे। दोनों अपने आपको अधिक सुंदर बता रहे थे। दोनों अपनी बात पर अड़े थे। उन्होने निर्णय के लिए खुली बहस
आलसी हिरन | Aalsi hiran
एक दिन एक हिरनी अपने बेटे को एक बुद्धिमान हिरन के पास लेकर गई और उससे बोली, मेरे बुद्धिमान भाई, कृपया मेरे बेटे को भी अपनी जान बचने की कुछ तरकीबें सीखा दो, ताकि
काली माँ की आरती | Kaali maa Ki Aarti
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा, हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े । पान सुपारी ध्वजा नारियल, ले ज्वाला तेरी भेट करे ।। सुन जगदम्बा न कर विलम्बा, संतन के भडांर भरे ।
गौ माता - कामधेनू की आरती | Gao mata - Kaamdhenu ki aarti
आरती श्री गैय्या मैंय्या की, आरती हरनि विश्व धैय्या की ।। अर्थकाम सुद्धर्म प्रदायिनि, अविचल अमल मुक्तिपददायिनि, सुर मानव सौभाग्यविधायिनि, प्यारी पूज्य नंद
राधा रानी की आरती | Radha rani ki aarti
आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की । त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेकविराग विकासिनि । पावन प्रभु पद प्रीति प्रकाशिनि, सुन्दरतम छवि सुन्दरता
श्री शारदा माँ की आरती | Shri Mharda maa ki aarti
भुवन विराजी शारदा, महिमा अपरम्पार । भक्तों के कल्याण को, धरो मात अवतार ॥ मैया शारदा तोरे दरबार, आरती नित गाऊँ । नित गाऊँ मैया नित गाऊँ ।। (मैया शारदा………)