8 वाँ वेतन आयोग, क्या रहेगा इसमें खास और कौन से भत्ते बढ़ेंगे | 8th Pay Commission, What will be special in it and which allowances will increase
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 8 वें वेतन आयोग (8th Pay Commission)का गठन कर दिया गया है, कई जानकारों के अनुसार इसे दिल्ली चुनावों से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
यह घोषणा महंगाई भत्ता के 50 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ जाने के बाद हुई है। यह महंगाई भत्ता 1 जुलाई 2024 से ही 50 प्रतिशत से अधिक होकर 53 प्रतिशत पर हो गया था, और फिर से यह मंहगाई भत्ता 1 जनवरी 2025 से बढ़ने की उम्मीद है।
केंद्रीय करचरियों को इस वेतन आयोग से क्या उम्मीदें हैं।
अभी सारे केंद्रीय कर्मचारी 7वे वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार वेतन पाते हैं, जो 1 जनवरी 2016 से लागू हुआ था। अब क्योंकि 8वे वेतन आयोग की घोषणा हो गई है इसलिए वेतन और सारे भत्तों का फिर से पुनरीक्षण इस वेतन आयोग के द्वारा किया जायेगा।
हालांकि वेतन एवं भत्तों में कितनी बढ़ोतरी होगी अभी यह पाना मुश्किल है, मगर रिपोर्ट के हवाले से ये पता चलता है के नया फिटमेंट फैक्टर 2.57 से लेकर 2.87 के बीच हो सकता है। अगर यह होता है तो न्यूनतम बेसिक वेतन 18000 रुपए से बढ़कर लगभग 51,480 रुपए हो जाएगा।
आइए समझते है क्या होता है फिटमेंट फैक्टर
फिटमेंट फैक्टर एक बहुत ही जरूरी तत्व है, जो कि वेतन और पेंशन की गणना के लिए उपयोग में लाया जाएगा। यह एक गुणांक है जिससे अभी मिल रहे बेसिक वेतन में गुणा किया जाएगा और जो भी उसका गुणनफल होगा वो एक नया बेसिक वेतन होगा।
सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार फिटमेंट फैक्टर 2.57 था जिसके कारण उस समय केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम वेतन 7000 से बढ़कर 18000 हो गया था। बेसिक वेतन में अन्य भत्ते जैसे परिवहन भत्ता, महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता (TA, DA, HRA) आदि शामिल नहीं होते, अगर यह सब जोड़ दिया जाए तो सातवें वेतन आयोग में कुल न्यूनतम आय 36,020 हो गई थी।
अब, आठवें वेतन आयोग की सिफारिशों में सारे भत्तों की गणना बदल सकती है, मगर ये कयास लगाया जा सकता है के वेतन में काफी अच्छी बढ़ोतरी देखी जा सकती है।